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Monday, November 29, 2010

नहीं मिली अधिमान्यता

हमें भेजे मेल में बताया गया है कि nd tv ke reporter gyan shukla ko nahi mili adhimanyata. jila stariya adhimanyata ke liye gyan shukla ko us samaya ghatka laga jab graduation ki degree na hone par adhimanyata ka farm nirast kar diya gaya.gyan sabhi ko graduation ke saath be kai degree hone ka dhaus dikhate the.isi baat ko lekar hi pro maravi se vivad hua tha mamla thane gaya tha.wahi nitin gurudev sahara v sanjay lohani ko adhimanata mil gaye hai

स्टार में गुटीय संघर्ष

हमें भेजे मेल में स्टार समाचार में संपादकीय विभाग में चलरही उथल पुथल के बारे में बताया गया है। जो मेल आया है वह यथानुसार नीचे है-
star samachar satna se suru hua ek naya akhbar hai. jisme kai dhurandhar na jane kaise ghus gaye. jinki jindgi patrakarita me gujar jaroor gai par khatam pees kism ke patrakar hain. nam likhen agar to akhbar ke karyakari sampadak jairam shukla, jin par patni ko mar dalne ka mukdma chala aur ve bachav me shrinivash tiwari yani ki vidhansabha adhyaksha ke charanvandan ho gaye. so vo bach gaye. is akhbar me ek aur diggaz hai jinka nam hai niranjan sharma jinhe do dashak pahle kanhaiya sindhi kand ke roop me jo surkhiya mili uska vo fayda ab bhi utha rahe hain. kanhaiya sindhi yani ahuza sweets semariya chauk ke malik ke khilaf niranzan sharma ne ek samachar chhapa jiske chalte overbridge ke bagal me sthit dainik jagran ke beuro karyalay me shatter gira kar niranjan sharma par janleva hamla hua.
jila asptal ke private ward me ilajrat niranjan sharma ko dekhne ane vala har vyakti khud ko sandigdh manta tha ki kahi sindhi samaj se narajgi ka panga na ho jae. ye ghatna 1990 ke pahle ki hai. ab yahi niranjan sharma star samachar ke kuch din pahle city chief hote the. is beech satna se prakashit semariya express namak saptahik akhbar me chap gaya ki niranjan sharma city chief pad se hata diye gaye hain. unke badle shaktidhar dube ko incharge banaya gaya hai. is vajah se har din table me baithkar ya phir kuch netao ke ghar ya dafter me jakar ya phir phoniya kar apna nam dal kar niranjan sharma yah jatate dikhe ki main ab bhi city page me hun. charcha hai ki semariya express ke jis ank me yeh khabar chapi uske bad se lagatar niranjan sharma byline khabar kevel isliye likhne lage ki log unse poochne lage ki aap loopline me chale gaye kya. is beech pt. shaligram sharma ki starsamachar me entry ho gai. kalam ke dhani saligram ki entry sampadak jairam shukla, niranjan sharma ke alava aur bhi kai logo ko apach ho gai. bavjood iske saligram sarma ne apni kalam se akhbar maliko ka dil jeet liya. idhar saktidhar dubey ke parivarik karyakram me avkas me jane par niranjan sharma ko laga ki unhe malik city pages ka jimma denge. iske liye kuch logo se sharma ji phoniyate bhi rahe. par akhbar me karyarat sabhi junior logo ne aisa kam kiya ki na khabar me kami dikhi na apsi vyavhar me. darasal starsamachar me kai gut hai ek gut ashwani sarma ka hai jo vigyapan prabhari hai. dusra anant shevde ka hai jo production incharg hai. teesra gut jairam shukla ka hai. chautha niranjan sharma ka hai

Monday, November 15, 2010

शहर की अंधी मीडिया का चरण चुंबन

शहर की मीडिया विशेष तौर पर प्रिंट मीडिया कितने हलके तरीके से समाचारों को लेती है यह विगत दिवस उसने स्वयं दिखा दिया साथ ही जनप्रतिनिधि भी जनता को ठगने किस तरीके से मीडिया को उपयोग करते हैं यह भी साबित हो गया।
बिगत दिवस जब अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा संसद में आये थे उसके बाद सांसद गणेश सिंह ने सभी अखबारों में विज्ञप्ति भिजवाई की उन्होंने ओबामा से भोपाल मामले में सवाल कहा और ओबामा श्योर श्योर कह कर उनका जवाब दिया।
जबकि हकीकत यह थी जो दूरदर्शन के लोकसभा में लाइव दिखाया गया कि सेन्ट्रल हाल में जब ओबामा पहुंचे तो वहां पहले से ही सभी सांसद अपनी निर्धारित सीटों पर बैठे थे व जब निकले तब भी सभी अपनी सीट पर बैठे रहे। इस दौरान उनके रास्ते में सांसद गणेश सिंह कहीं नजर नहीं आये। हालांकि मीडिया भी यह जानता है कि ओबामा से सांसद गणेश सिंह का मिलना नामुमकिन था। प्रोटोकाल के तहत ओबामा से वहां गिनती के लोग ही उनके साथ रह सकते थे। फिर भी गणेश सिंह ने झूठी वाहवाही के लिये स्वयं विज्ञप्ति भिजवाई और अंधा मीडिया उनके चरण चुंबन में जुट गया।

स्टार समाचार अपनी ही खबर को लेकर बैक फुट पर

"150 करोड़ की जमीन का छल" को अपनी खास खबर बताने वाले स्टार समाचार मंगलवार 16 नवम्बर को बैकफुट पर नजर आने लगा है। हालत यह है कि खबर के असर के नाम पर रिपोर्टर खुद अपना बचाव करता नजर आ रहा है। 11 नहीं तो चार ही सही के सब हेड में रिपोर्टर ने चालाकी से यह लिख दिया है कि 11 एकड़ 66 डिसमिल जमीन वापस पाना संभव नहीं है, साथ ही यहां चालाकी से इस बात से किनारा कर लिया कि क्यों संभव नहीं है। फिर सवाल है कि यदि जमीन महाराजा ने दी थी तो वह निगम की है, या फिर जमीन नहीं दी तो 150 करोड़ का छल वाली खबर गलत है। लेकिन सौदेवाजी होने के बाद रिपोर्टर के आका अब शांत बैठ गये हैं इस लिये साफगोई से स्टार ने ही समाचार छापा कि 11 एकड़ नहीं तो ... । अब स्टार समाचार खुद सवालों के घेरे में हैं कि क्योंकि 11 एकड़ के दस्तावेजों को वो स्वयं अपनी खबर में दिखा चुका है। यदि दस्तावेज सही है तो 11 एकड़ की जमीन निगम को मिलनी चाहिये या फिर वो दस्तावेज गलत रहे ... लेकिन स्टार ने बड़े खुलासे की बात कही है तो फिर 11 एकड़ वापस पाने वो मुहिम क्यों नहीं बना रहा, निगम के अधिकारियों को लपेटे में नहीं ले रहा? अगर निगम 11 एकड़ के लिये कायर्वाही नहीं कर रहा तो स्टार फालोअप दे। उन गायब दस्तावेजों के लिये एफआईआर कराने की मुहिम खोले। यदि स्टार की खबर सही थी तो फिर 11 एकड़ जमीन क्यों वापस निगम को नहीं मिल सकती यह सवाल मीडिया हलके में भी चल निकला है वहीं सौदेबाजी की भी पुष्टि होने लगी है।
दूसरी ओर स्टार समाचार स्वयं इस मामले में एक आरोपी बन गया है। जमीन के मामले में जांच के आदेश में स्टार समाचार ने अंतिम लाइनों में 4 एकड़ की जमीन मामले के ओरिजनल दस्तावेज केवल अपने पास होना स्वीकार किया है। जबकि यह दस्तावेज नगर निगम में होने चाहिये थे। और स्टार स्वयं यह लिख चुका है कि यह दस्तावेज गायब हैं। इससे खुद स्टार आरोपी बन चुका है।

Friday, November 12, 2010

दीपावली की डील अब हुई फाइनल

हमें भेज मेल में बताया गया है शहर के एक डेली अखबार के रिपोर्टर ने दीपावली के दिन पुलिस के साथ-साथ चल कर फड़ों में दबिश का जो खेल देखा और दिखाया है उसकी डीलिंग विगत दिवस पूरी हुई है। 50 हजार से शुरू हुई सौदेबाजी के आखिर में उसे 15 हजार रुपये मिले हैं। वहीं पुलिस तो दीपावली को ही अपना कारनामा कर चुकी थी।

स्टार समाचार के कंधे पर शुरू हुई सौदेबाजी

स्टार समाचार को शुरू हुए अभी महीने भर ही हुए हैं कि इसके कंधे का सहारा लेकर शहर में सौदेबाजी भी शुरू हो गई है। हमें भेजे मेल में बताया गया है कि एक पुराना भू-माफिया जिसके स्मगलिंग के कारोबार से जुड़े होने की चर्चा भी रहती है ने स्टार समाचार में अपनी खबरें छपवाकर सौदेबाजी का खेल शुरू कर दिया है। बताया गया है कि इस मामले में नगर निगम का भी एक कर्मचारी शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार विगत दिवस 150 करोड़ ...... के हेड पर जो खबर छापी गई है उसके बाद नगर निगम का संबंधित युवक जगतदेव तालाब स्थित एक दुकानदार तक अपना संदेश पहुंचवाया है कि अब कार्यवाही होने वाली है इसलिये समझौते की तैयारी करें। जबकि नगर निगम में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। बहरहाल प्रेंमनगर से जुड़ी खबरों की यह तार एक बड़ी सौदेबाजी का रूप ले रही है और कंधा बन रहा है स्टार समाचार। अब देखना है क्या स्टार नगर निगम से इस मामले में जांच करवा पाता है, उन फाइलों की खोज के लिये कुछ कदम उठाये जाते हैं या महज सौदेबाजी में ही माध्यम बन कर रह जाता है।

Tuesday, November 2, 2010

नवभारत के जीएम मिश्रा की पिटाई

हमें मेल द्वारा बताया गया है कि अपने कारनामों के लिये बदनाम नवभारत सतना संस्करण के जीएम रावेन्द्र मिश्रा की नवभारत के पूर्व कर्मचारी ने जमकर धुनाई कर दी है। बताया गया है विगत दिवस रावेन्द्र ने कर्मचारी को बकाया वेतन लेने के लिये बुलाया था लेकिन कर्मचारी के पहुंचने पर उससे गाली गलौज करने लगा। इस पर परेशान कर्मचारी ने जीएम की धुनाई कर दी। हालांकि इस मारपीट में कर्मचारी भी पिटा है। लेकिन कर्मचारी को अभी भी पैसा नहीं दिया जा रहा है। इसमें वहीं के कुछ अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल बताये गये हैं।