इस दिन दो घटनाक्रम हुए जो कूटनीति के बड़े उदाहरण हैं
1. शंकरलाल तिवारी की बेइज्जतीः
हमें भेजे गये मेल में बताया गया है कि इस दिन हवाई अड्डे पर पुलिस के एक अधिकारी द्वारा विधायक शंकरलाल तिवारी को बाहर निकालने की बात को इस तरह से प्रचारित किया गया कि मानों वे धक्के देकर बाहर किये गये। लेकिन ऐसा था नहीं दरअसल यहां छत्रपाल सिंह ने बड़ी राजनीतिक चाल चली है। हकीकत यह रही है कि शंकरलाल तिवारी हवाईअड्डे पर अंदर जा ही नहीं रहे थे। लेकिन यहां कुछ नेताओं और पत्रकारों को बाहर ला रहे पुलिस अधिकारी को समझाइश दे रहे शंकरलाल तिवारी के बीच में छत्रपाल सिंह छत्तू ने पुलिस अधिकारी को यह कह दिया कि "अंदर जो खड़े हैं वो तुम्हारे बाप हैं..." यह सुन अधिकारी नाराज हो गया। इसके बाद बहस बढ़ती गई। पुलिस अधिकारी भी तमतमा गया इसी तमतमाहट के बीच वह सभी को बाहर लाता जा रहा था और इसी के साथ शंकरलाल भी स्वयं ही बाहर आ गये। यहां छत्रपाल सिंह ने बड़ी कूटनीतिक रणनीति खेली और यह प्रचारित किया कि शंकरलाल को बाहर किया गया। इससे इन दिनों गणेश सिंह से छत्तू की चल रही दूरी को उसने शंकरलाल के बहाने भुनाया। हमें भेजे मेल में बताया गया है कि उधर विधायक शंकरलाल को यह बताया गया है यह सब सांसद गणेश सिंह के कहने पर हुआ है। इससे गणेश शंकर का शीतयुद्ध और गहरा गया है। और फायदा दोनों के विरोधियों का हुआ है। यहां यह भी बताया गया है कि आखिर एसपी यादव किस के कहने पर यह सफाई दे रहे हैं कि भोपाल से जिनकी सूची भेजी गई थी उन्हें ही अन्दर जाने दिया गया। यहां भी जातिवाद को मदद की बात बताई जा रही है।
2. घट गया भोजनः
सांस

3. सरकारी कार्यक्रम का दुष्प्रचारः
मुख्यमंत्री
इसके अलावा तीन और बिन्दु हमें मेल किये गये हैं जिनकी प्रमाणिकता अभी नहीं मिल सकी है इस लिये उसे प्रकाशित नहीं कर रहे हें।