यदि आपको किसी विभाग में हुए भ्रष्टाचार या फिर मीडिया जगत में खबरों को लेकर हुई सौदेबाजी की खबर है तो हमें जानकारी मेल करें. हम उसे वेबसाइट पर प्रमुखता से स्थान देंगे. किसी भी तरह की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा.
हमारा मेल है newspostmartem@gmail.com

आपके पास कोई खबर है तो मेल करें newspostmartem@gmail.com आपका नाम गोपनीय रखा जाएगा.

Sunday, June 3, 2012

माहेश्वरी ने दैनिक भास्कर को समाज का शत्रु कहा

रेलवे में कार्यकाल के दौरान शक्कर से भरी वैगन चोरी की चर्चा से लेकर शहर में भू-माफिया और अतिक्रमण माफिया को प्रश्रय देने के मामले में गाहे बगाहे विवादों में रहने वाले संघ के पदाधिकारी श्री कृष्ण माहेश्वरी पर कुछ दिनों पहले दैनिक भास्कर ने अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला था। इसमें शिव के राज में श्रीकृष्ण लीला  के नाम से जो खबर की सिरीज चलाई गई थी उसमें श्रीकृष्ण माहेश्वरी की असलियत सामने आ गई थी। हालांकि इस खबर पर चुप्पी साधे बैठे माहेश्वरी का गुबार रविवार को रामवन में उस समय फूटा जब यहां बाबू शारदा प्रसाद की प्रतिमा का अनावरण हो रहा था।
दैनिक भास्कर से खार खाये बैठे माहेश्वरी ने अपने भाषण में कहा कि
'' अच्छे काम व अच्छे लोगों के सामने बाधाएं हमेशा आती हैं। देवता हैं तो राक्षस भी होंगे। नकारात्मक शक्तियां हमेशा रही हैं। अभी कुछ दिनों से समाचार पत्र ने मेरे बारे में काफी कुछ लिखा। एक अभियान चलाया। मैं यहां खड़ा हूं जिसे जो पूछना है मेरे व्यापार के बारे में, मेरे काम के बारे में ... पूछे। बाधाएं आती हैं अच्छे कामों में। डरे नहीं। नकारात्मक लोग जो समाज के शत्रु हैं उनकी पहचान करें भय खाने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे लोग कुछ कर सकते हैं तो समाज के लिये कुछ करें। उन्हें भी सद् बुद्धि आयेगी।''

नागौद में ऊर्जा मंत्री की हुई फजीहत

मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री जनाब राजेन्द्र शुक्ल फीडर सेपरेशन के समारोह में शिरकत करने 1जून शुक्रवार को पहुंचे। उनके साथ लोक निर्माण मंत्री नागेन्द्र सिंह और सांसद गणेश सिंह भी रहे। समारोह में ऊर्जा मंत्री ने अपने मंच पर कुछ ऐसे लोगों को बुला लिया जो वहां के पार्टी समर्थकों और उनकी पार्टी भाजपा के लोगों को नागवार भी गुजरा। इसके बाद तो इनका गुस्सा भड़क उठा और जमकर मंत्री को उनके ही मुंह पर बेगैरत किया गया।
मसला कुछ ऐसा रहा कि फीडर सेपरेशन के समारोह में मंत्री जी अपने साथ कुछ अपने चहेतों को भी ले गये थे। समारोह स्थल पर जब मंच पर बैठने और स्वागत का नंबर आया तो स्थित तब अजीब हो गई जब मंच पर मंत्री के चहेते अधिकारी और पत्रकार ही नजर आये यही हाल स्वागत का भी रहा। स्वागत में भी इन्ही लोगों के नाम रहे। इससे नाराज वहां के पार्टी के खासबरदारों का गुस्सा फूट पड़ा और मंत्री के सामने पहुंच कर उनके मुंह पर ही बोल पड़े कि यदि यहां पर विधायक नागेन्द्र सिंह न जीतते, बागरी न जीतते, सुरेन्द्र सिंह न जीतते तो आपको मंत्री न बनाया जाता। आपको ये अधिकारी और पत्रकार वोट नहीं दिलाएंगे। तब यही कार्यकर्ता आपके काम आते हैं जिनको आप नजरअंदाज कर रहे हैं। यदि ये नजर अंदाज होते रहे तो आपका मंत्री पद जाते एक मिनट भी नहीं लगेगा राजेन्द्र शुक्ला जी यहीं एक मिनट मुख्यमंत्री को भी हटने में नहीं लगेगा। इसके अलावा भी मंत्री जी को जमकर लताड़ उनके मुंह पर लगाई गई।
मामले की हकीकत का वाकया कुछ यह पता चला है कि मंत्री जी के साथ एक पत्रकार साथ में चल रहा था जिन्हें वे काफी अहमियत दे रहे थे। जो वहां के लोगों को पसंद नहीं आ रहा था। ऐसे में पहले से नाराज कार्यकर्ता का गुबार फूट पड़ा।