
हमें भेजे मेल में बताया गया है कि शुक्रवार को मीडिया का एक दल यह हवा फैलाने में सफल रहा कि आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावास में जांच दल का छापा पड़ा है लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। जो जानकारी मिली है उसके अनुसार आजाक के विवादास्पद अधीक्षक अनिल शर्मा की इन दिनों अधिकारी से नहीं बन रही है। क्योंकि अधिकारी ने उनकी कमाई पर रोक लगाई हुई है। इसी के साथ ही यहां लगातार दो जिला संयोजकों के कार्रयकाल में पद दायित्व विहीन रहे क्षेत्रीय अधिकारी अविनाश पाण्डेय का स्थानान्तरण हो गया है। इससे ये दोनों आपसी गठजोड़ करके मीडिया को खबरे बता रहे हैं और इस पर उन्हें यह बताया जा रहा है कि यहां खबर करोगे तो तुम्हें पैसा मिलेगा। इसके बाद मीडिया कर्मी भी अपनी विद्वता का रौब झाड़ते इनके उकसाये में कूद रहे हैं और लगातार आदिम जाति कल्याण विभाग के लोगों पर सौदेबाजी का दबाव बना रहे हैं।
हालांकि खबरें कुछ हद तक सही हैं लेकिन इसमें मीडिया समूह की सौदेबाजी ने खबर को गलत रंग दे दिया है। ऐसे ही मीडिया की दलाली में रंगा इलेक्ट्रानिक मीडिया का दल जिसमें सहारा और एक अन्य शामिल रहे रेलवे स्टेशन समीप के एक होटल में दलाली करने पहुंचा। सतना स्थानीय में घर होने के बाद भी यहां पहुचे इस दल को कुछ न मिला तो फिर यहां औषधि खाद्य नियंत्रकों से छापा डलवा दिया।
isme prabhu dayal, raj ka pandey, star ka mahendra, nai dunia se shukla aur bhaskar ka naya reportr shamil hai
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