जिले का चर्चित इंजीनियरिंग कालेज है विट्स। पतेरी से होकर करही रोड जाने पर दाहिनी ओर भव्य अट्टालिकाओं और मनोहारी दृश्यों के बीच रचा बसा शिक्षा का यह केन्द्र अपने में कई प्रेम कहानियों और अवैध कृत्यों को समेटे हैं। इसमें जहां विद्यार्थियों की नादानियां भी शामिल हैं तो यहां के स्टाफ का छल व पिपासा भी। यहां के मालिकानों में से एक सेनानी से अपने संबंधों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाली तलाकशुदा महिला के अब नये संबंध यहां चर्चा का विषय बन रहे हैं। मस्त पार्टियों के लिये मशहूर यह महिला इन दिनों कालेज के एक शिक्षक पर कुछ ज्यादा मेहरबान है। सीडी सिंह जो कि एक विज्ञापन एजेंसी चलाने वाले के भाई है विट्स में पढ़ाने का काम करते हैं। पढ़ाने के साथ-साथ इनकी रुचि वहां के छात्रों के निजी मामलों में भी ज्यादा रहती है। ऐसे ही एक विवाद के मामले में सीडी ने एक छात्र की पक्ष की ओर से दूसरे छात्र को न केवल धमकाया बल्कि हाथ भी छोड़ दिया। यहां से माहौल बिगड़ने लगा था। छात्र एक जुट होने लगे थे और मौके की तलाश भी थी। उधर कैम्पस में यह भी चर्चा गरम थी कि आखिर एचआर ऋचा सिंह एक दूसरी दिशा में रहने वाले शिक्षक को क्यों अपनी कार में बैठाकर लगातार क्यों लाती और ले जाती हैं। हर विद्यार्थी यह दबी जुबान कहता है कि मैडम पेप्टेक सिटी में रहती हैं, सीडी सिंह राजेन्द्र नगर स्थित रामा बिहार कालोनी के पीछे स्थित कालोनी में। दोनों की निवास की दिशा पूरब पश्चिम है फिर साथ आना-जाना क्या है। हम मुंह का अपना मतलब है। कोई इसे प्रेम संबंध से जोड़ रहा है, कोई इसे दोस्ताना कह रहा है, कोई जूनियर स्टाफ पर मेहरबानी कोई महज सामान्य घटना।
लेकिन सीडी की मारपीट के बाद से नाराज छात्रों को एक हर्ष दायक खबर तब मिली जब उन्हें पता चला कि विट्स की एचआर ऋचा सिंह और प्रोफेसर सीडी सिंह एक साथ कार में निकलने वाले हैं। फिर क्या था फोन हुए, व्यवस्था हुई और भट्ठे के पास कार रोकने का प्रयास किया गया और उसके शीशे फोड़ डाले गये। वो तो ऋचा की दिलेरी थी कि उसने कार रोकी नहीं वरना सीडी सिंह की हालत कार के टूटे हुए शीशों की तरह होती।
कुल मिला कर इन दिनों कालेज में यह तथाकथित प्रेमकहानी हर छात्र छात्रा की जुबानी हैं। ऐसे कालेज में जहां स्टाफ की कहानियां सुनने को मिले वहां के माहौल का अंदाजा लगाया जा सकता है। यह कहानी कितनी सही व कितनी गलत है यह तो विट्स प्रबंधन और एचआर व प्रोफेसर ही जानते होंगे लेकिन यह भी सच है कि बिना आग लगे धुंआ नहीं उठता है।
the staory is true correct name profesor shri singh MrSenani do something
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