हमें मिले मेल में बताया गया है कि स्टार समाचार में महेंद्र पाण्डेय नामक रिपोर्टर ने एक भ्रामक खबर लिखी, जिसे संपादक ने बिना संपादन के छपने दिया। बल्कि बाई लाइन भी दे दी। खबर सरकारी मद पर थी। सरकारी व्यवस्था के अनुरूप हर विभाग प्रमुख उस मद या खाते की राशि जारी करने का अधिकारी होता है। लेकिन इसका अपना कायदा होता है। स्टार समाचार के रिपोर्टर ने जानकारी के आभाव में उसे पर्सनल खाता लिख कर सनसनी फैला दी। ये जानकारी जब कलेक्टर को लगी तो इस खबर पर अख़बार के संबंधितों की क्लास ले डाली।
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इसी रूप की एक अन्य खबर भास्कर में छपी थी जिसमें एक पुलिस अधिकारी को फरार लिखा गया था। पुलिस अधीक्षक ने इस पर भी आपत्ति ली। अख़बार के इन गैर जिम्मेदाराना तरीकों पर तथा भ्रामक सनसनीखेज प्रस्तुतीकरण पर नाराजगी जताई गई।
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ख़बरों के इस मामले में संपादक की धराशायी निगरानी भी सामने आई है।
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