जिला पंचायत के कर्मचारियों की आजाद व लापरवाह कार्यशैली ने आज जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र सिंह को अपनी पद गरिमा छोड़ने को मजबूर कर दिया. कर्मचारियों द्वारा आराजकता की स्थिति से आजिज आकर जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपनी समझाने वाली नीति को छोड़ते हुए लगभग 12 बजे जिपं कार्यालय पहुंच कर दो कर्मचारियों की न केवल जमकर मां-बहन याद की बल्कि 22 कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये. मेल में बताया गया है कि भोला प्रसाद नापित नामक कर्मचारी के पास पहुंच कर जिला पंचायत अध्यक्ष ने उसे जमकर फटकार लगाई. बताया गया है कि उसे अध्यक्ष द्वारा जो कार्य कहा गया था उसको अनसुना किया गया था. इस पर अध्यक्ष ने श्री नापित पर बरसने वाले अंदाज में कहा कि इतना बड़ा रहीस हो गया है कि मुझसे बात नहीं कर सकता है. ये जो पेट बढ़ गया है सब छंट जायेगा. इसके बाद लिपिक संतोष कुमार पयासी को बुलाकर कहा कि तुमने अभी चार्ज नहीं दिया. मसीहा बनते हो... राजनीति करते हो... मैने कहा था जो भी परेशानी हो मुझसे कहना... विधायक से फोन करवाते हो....
इसके बाद एसीओ को बुलाकर जिन्होने चार्ज नहीं दिया सभी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये. मेल में कहा गया है कि अब नोटिस जारी करने की प्रक्रिया जारी है. उधर इस घटना क्रम से कर्मचारियों में सनाका खिंचा हुआ है और अध्यक्ष के बदले अंदाज की चर्चा जोरो पर है.
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