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Saturday, November 3, 2012

मीडिया का चरण चुंबन और भिखमंगापन

हमें भेजे एक मेल में बताया गया है कि सत्ता के साकेत में बैठे हुए लोगों, सत्ता-प्रतिष्ठानों, बाहुबलियों, बिल्डरों तथा शैक्षणिक माफिया की बांदी होकर रह गयी है आज की सतना की पत्रकारिता। करकरे नोटों की चमक और एहसानों के तले दबे मीडियाकर्मी किस तरीके से नेताओं का चरण चुंबन करते हैं यह देखना हो तो जिले के सबसे बड़े अखबार में देखिये। (बगल में - हमें मेल किया गया चित्र)। यहां पत्रकारिता की किस तरह से चीरहरण होता है कि सारी वर्जनाएं तार-तार होकर रह जाती हैं। अब इसका उदाहरण देखना हो तो मझगवां में मुख्यमंत्री के आगमन के कव्हरेज को देखिये। इसमें इस अखबार ने मुख्यफोटो में उसे वरीयता दी जिसमें लक्ष्मी यादव जी नजर आ जाएं. जबकि हकीकत में इस कार्यक्रम का पूरा दारोमदार विधायक सुरेन्द्र सिंह गरहवार जी का था। इसलिये पत्रकारिता के मानदण्डों और रीति-नीति के तहत उन्हें मुख्य छाया में तो होना ही चाहिये था लेकिन एहसान के आगे पत्रकारिता दम तोड़ गयी। यहां यदि कहा जाये कि लक्ष्मी यादव तो विशिष्ट अतिथि भी नहीं थे महज आदत अनुसार बीच में ठंस जरूर गये थे। लेकिन यहां पत्रकारिता की दासता है सो उत्कृष्ट मानदण्डों की अपेक्षा की भी नहीं जानी चाहिये।  सेवक का जब इतने भी पेट नहीं भरा तो चित्र विवरण में भी पूरी निष्ठा के साथ श्रीयादव जी का नाम जोड़ा गया।
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गिफ्ट के लिये नाक भी कटायेगा? ... हां कटाएगा...
ऐसी ही एक घटना कुछ दिन पहले की मेल की गई है जिसमें प्रेस छायाकारों का भिखमंगापन दिखाया गया है। इसमें बताया गया है कि सेंट माइकल स्कूल में एक प्रेसकान्फ्रेंस थी। वहां कई फोटोग्राफरों ने खुद के गिफ्ट तो लिये ही साथ ही दो चार उन लोगों के नाम से भी गिफ्ट ले लिये जो आये नहीं। जबकि गिफ्ट वहां पहुंचने वालों के प्रति आयोजक की एक भेंट होती है न कि किराया या जबरिया बसूली का सामान....। लेकिन यहां नाक कटाने वालों की कमी नहीं है। इतना ही नहीं गिफ्ट की लालच में एक बड़े अखबार के दो-दो फोटो ग्राफर पहुंच गये और अंत तक गिफ्ट की लालच में डटे रहे।
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गुड आईकैचिंग दैनिक जागरण ... 
प्रदेश के स्थापना दिवस में लोक निर्माण मंत्री द्वारा कन्या पूजन करते वक्त जिस तरीके से जूते पहने गये और उस पर जो कव्हरेज जागरण ने दिया वह बताता है कि पत्रकारिता की पैनी नजर यह होती है। लेकिन शायद यह देखना भूल गये कि कलेक्टर ने भी जूते पहन रखे हैं।

3 comments:

  1. sahi hai, wahan yaduvans aur raghuvans me group bata hai. apne hisab se tel lagate rahte hai. jamen aur makan ka karj to aise hi chukta hai. jagran me kesav bhaiya aur amit ji ne tahalka machaya hua hai

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  2. inse asha hi kya hai.

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  3. दयनिक भास्कर के लिए ये नया नहीं है

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