अपने कारनामों से हमेशा चर्चा में रहे तथा सीईओ के खास सिपहसालारों में से एक अजय सिंह की विधानसभा द्वारा मूल विभाग में वापसी कर दी गई है. साथ ही इससे संबंधितों पर भी जांच शुरू होगी.
पेश है इस मामले में विधानसभा पर हुई चर्चा
शंकरलाल तिवारीः माननीय अध्यक्ष महोदय एक डेलीवेजेज में काम चलाने के लिये भर्ती किया गया कापरेटिव बैंक रीवा में उपयंत्री और उसने 5 वर्ष तक लगातार जिला पंचायत में कार्यपालन यंत्री हो गया, परियोजना अधिकारी हो गया और करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया. उस पर मेरा प्रश्न था उसके उत्तर में संशोधन में कहा गया है कि हम उसे उसके पैतृक विभाग को वापस भेज रहे हैं. मेरी विनती है कि करोड़ों रुपयों का उसके कार्यकाल में काम हुआ है जिसमें भ्रष्टाचार हुआ और 5 वर्ष तक उसे निरंतर पदोन्नति मिलती रही. एक सामान्य उपयंत्री को बिना किसी नियम के बिना किसी सर्विस बुक के ऐसे व्यक्ति को फर्जी पदोन्नति देने वालों पर कोई दोषी अधिकारी जो थे उन पर कार्यवाही होगी और इसे सिर्फ पैतृक विभाग में वापस भेजना तो में सोचता हूं कि करोड़ों तुम कमाओ और जहां से आए वहां चले जाओ, इसे मुअत्तल करना चाहिये. कम से कम और फर्जी जो पदोन्नति देने वाले अधिकारी है उन पर कार्यवाही करनी चाहिये.
गोपाल भार्गवः माननीय अध्यक्ष महोदय, माननीय विधायक को धन्यवाद देना चाहूंगा. माननीय सदस्य ने जो प्रश्न उठाया है निश्चित रूप से गंभीर है और इसी कारण से कल हमने संज्ञान लेते हुए उस कर्मचारी की उसके पैतृक विभाग में वापसी कर दी है इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि वह कापरेटिव का कर्मचारी था और इसमें डुपुटेशन पर आये और पदोन्नति भी लेता रहा इसके लिये जो भी लोग उत्तरदायी होंगे उनके उत्तरदायित्व और उनके दोष के बारे में भी निर्धारण करके उसकी जांच करा लेंगे. उन पर भी कार्यवाही होगी.
शंकरलाल तिवारीः माननीय अध्यक्ष महोदय मेरा एक सवाल है इसी तरह से वहां तिलहन संघ के अन्य लोग भी डेपुटेशन पर यही काम कर रहे हैं. कांग्रेस के जमाने से 5-5 6-6 सालों से जिसकी मैं अभी चर्चा कर रहा था वे भी कांग्रेस के जमाने से और वहां जिला पंचायत में सिर्फ आम जनता के पैसे का ही भ्रष्टाचार कर रहे हैं. सामान्य कर्मचारी है यहां आकर के अधिकारी बन गये हैं . जिला पंचायत में ऐसी क्या जांच करा लेंगे तिलहन संघ के.
गोपाल भार्गवः अध्यक्ष महोदय माननीय सदस्य की जैसी मंशा है उसके अनुसार यह बात सही है कि बहुत सी अन्य संस्थाओं के अधिकारी कर्मचारी डेपुटेशन पर लिये गये उनसे काम करवाया गया अब क्या आवश्यकता थी क्या नहीं थी इसके बारे में तो जब संपूर्ण जांच होगी तभी पता चलेगा कि आवश्यकता के अनुसार लिये गये या नहीं, लेकिन तिलहन संघ के कर्मचारियों के बारे में जानकारी है कि अधिकांश लोग उच्च न्यायालय से स्टे लिये हुये हैं और इस कारण से वहां पर भी कार्यरत है. विभाग प्रयास कर रहा है कि वह स्टे जल्दी से जल्दी समाप्त हो और उसे वेकेट करा कर हम विभाग के जो मूल अधिकारी कर्मचारी है उन्हे ही पदस्थ करवाकर उनसे ही काम लें.
शंकरलाल तिवारीः माननीय मंत्री जी को धन्यवाद, अध्यक्ष जी आप को भी धन्यवाद.
संशोधन
प्रश्नोत्तर सूची में मुद्रित उत्तर के भाग ग में
प्रकरण में विस्तृत जांच कराने का निर्णय लिया गया है. जांच के निष्कर्ष के आधार पर कार्यवाही की जायेगी.
के स्थान पर संशोधित उत्तर
प्रकरण प्रकाश में आते ही जांच प्रारंभ की गई. जांच के प्रथम चरण में श्री अजय सिंह की सेवाएं इनके पैतृक विभाग को वापिस कर दी गई है.
sab srikant pandey ka kiya dhara hai
ReplyDeleteajay singh bhi to top banta tha. chattu ko chanda nahi diya tha.
ReplyDeleteajay singh bhi ab shrikant ko nahi chhodega kyoki shrikant bhi prod shiksa ka anudesak karmchari hai jo duda me rah kar lakho rupaye ka ghotala kar chuka hai.deputation per rojgargaranti me lakho rupaye peet raha hai.
ReplyDeleteajay singh se 5 lakh ke farzi medical bill ki ,farzi service book se farzi basic sallery,farzi promotion ke baad liye payment ki vasuli hogi. high court se sazaa bhi hogi ao mukesh rai bhi doshi hai
ReplyDeleteक्या कोई न्यूजपोस्टमार्टम को बता सकता है कि इस मामले में मुकेश राय का क्या लेना देना है और मुकेश राय हैं कौन
ReplyDeleteइसकी जानकारी हमारे मेल में दी सकती है नाम गोपनीय रहेगा. हमारा मेल है newspostmartem@gmail.com
ReplyDeletemukesh rai D.R.D.A. Satna me Acount Oficer hai. Rai ne Uchchadhikariyon ko galat jankari dekar payment ki note sheet aur file me signature karakar Pre & Well Planed Consipiracy kar lakho Rs. ka nuksan karaaya hai.aur Farzi APO, PO, & PO(T) Ajay Singh ko Vidhi Viruddha, Bhrashta aachran apanaatey huye Ajay singh ko 5 lakh ke farzi Medical bill pass kar parinam janak Faayadaa pahunchaya hai. Amaanat mein Khnaayanat kiya hai. High court mein Mukesh Rai bhi party banegaa.
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