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Thursday, March 4, 2010

स्वास्थ्य मंत्री की बेटी की शादी और चिकित्साधिकारियों का न्यौता

इन दिनों स्वास्थ्य महकमे में मध्यप्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री अनूप मिश्रा की पुत्री का विवाह चर्चा का विषय बना हुआ है. चर्चा की सतना जिले में दो वजह है. एक वजह तो जिले के सीएमएचओ द्वारा विवाह में शामिल होने आये न्यौते के नाम पर सभी बीएमओ और कई चिकित्सकों से सप्रेम भेंट का वसूलना शामिल है. इस बारे में जो खबरे छन कर आ रही हैं उनके मुताबिक सीएमएचओ ने स्वास्थ्य मंत्री की पुत्री की शादी के रिसेप्शन में भेंट के नाम पर बीएमओ से जहां ग्यारह-ग्यारह सौ रुपये लिये हैं तो चिकित्सकों से एक सौ एक रुपये लिये गये है. हालांकि कुछ बीएमओ ने अपनी सप्रेम भेंट को बढ़ा कर पांच हजार एक रुपये तक पहुंचा दिया है. इस तरह एकत्र हुई सारी राशि लेकर सीएमएचओ सप्रेम भेंट पहुंचाने वहां तक जा चुके हैं.
उधर एक और वाकया सामने आया है वह स्वास्थ्य मंत्री और राजधानी स्थित विभाग के आला अधिकारियों में से एक के बीच चल रहे शीतयुद्ध को भी उजागर कर गया है. इस मामले जो जानकारी आई है उसके अनुसार संयुक्त संचालक स्वास्थ्य रीवा संभाग डॉ.राजेन्द्र सिंह 4 मार्च को सतना से ग्वालियर इस विवाह कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. वे सतना से महाकौशल एक्सप्रेस में थ्री टियर वातानुकूलित शयनयान की बोगी क्रमांक बी-2 की सीट नम्बर 34 में आरक्षण करा चुके थे. उनका पीएनआर नं. 8240641233 और टिकट संख्या 25228369 रहा. बताया गया है कि वे अपनी यात्रा के मद्देनजर स्टेशन तक पहुंचे और ट्रेन तक गये लेकिन अचानक आये एक फोन से वे पसीने पसीने होते हुए वापस लौट चले. यह तो रहा घटना क्रम लेकिन इसकी हकीकत जब सामने आयी उसके अनुसार श्री सिंह के पास भोपाल के एक अधिकारी का फोन आया था जिसमें कहा गया था कि उस कार्यक्रम में यदि गये तो वहां से सस्पेंशन का आर्डर भी साथ ही मिलेगा. यह फोन रिसीव करने वाले जेडी अकेले अधिकारी नहीं है. ऐसा विभाग के कई अधिकारियों के साथ हुआ है और सभी वापस अपने घर लौटना ही बेहतर समझे हैं. यही वजह है कि सतना के सीएमएचओ जो अभी जल्दी नहीं आने वाले थे वे भी रातो रात बस पकड़ कर सुबह कार्यलय समय में सतना पहुंचना बेहतर समझे क्योंकि वहां से आने वाली ट्रेन काफी लेट थी और वह कार्यालय समय में सतना नहीं पहुंच रही थी. लेकिन उनके साथ इतना तो प्लस हो ही गया है कि वे सतना से सप्रेम भेंट की लंबी चौड़ी राशि मंत्री जी तक पहुंचा पाने में सफल रहे हैं.

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