Sunday, July 19, 2009
रिपोर्टर की पत्रकारिता और रिश्तेदार का जलवा
न्यूज पोस्टमार्टम को आज ही मिले मेल की स्क्रिप्ट के अनुसार रोजगार गारंटी योजना जिले में जितनी लाभदायक यहां के अधिकारियों व दलालों के लिये हो रही है उतनी उनके लिये नहीं हो रही है जो वास्तव में पात्र है. नरेगा को कमाई का जरिया महज अधिकारियों ने ही नहीं बनाया बल्कि पत्रकारों के लिये भी यह चारागाह बन कर उभरी है. कमाई की धंधा बनी नरेगा को लरजती निगाहों से देखने वालों में पत्रकारों के साथ उनके रिश्तेदार भी अपनी रोटी सेंकने में आगे है. ऐसे ही एक रिश्तेदार को देखना हो तो रोजगार गारंटी सेल में अक्सर देखा जा सकता है. शहर से प्रकाशित एक पुराने अखबार के वरिष्ट रिपोर्टर के ये रिश्तेदार अपने साले साहब के नाम पर जमकर नरेगा में जलवा बिखेर रहे हैं. अपने क्षेत्र से मुर्गों को लाकर यहां उनकी कटाई छटाई और कमाई की व्यवस्था कराते है. उपर से यहां के अधिकारियों की मजाल क्या कि जीजा को कुछ कह दें नहीं तो साला नाराज हो जायेगा. इनकी आवक जावक जिला पंचायत में चर्चा का विषय बनी है कि साले ने जीजा को रख छोड़ा है अपने पैरलल धंधे के लिये.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
yeh koi aur nahi kripashanker aur usaka jija vakil shukla hai
ReplyDeletenavbharat ke ramashankar ki biwi ne us ehijda karar dete hue uske khilaaf mahila thane men mamla darj karwa diya hai.
ReplyDelete